इक लघु कथा। अब आप जरा शर्मा जी का कसूर बताएगे,कि वो बेचारे किस वजह श्रीमति जी द्वारा पीटे गए, जबकि वो तो उन्ही की आज्ञापालन कर रहे थे। दरअसल हुआ यूं कि पत्नी जी ने सुबह दस बजे cooker मे दाल चढाई ओर हिदायत दी कि वो बाजार जा रही है तो सीटी व दाल का ध्यान रखना तीन बज जाए तो गैस बंद कर देना।यह कह पत्नि जी तो निकल पडा पर इधर बेचारे शर्मा जी।इंतजार मे ओर गजब देखे ,कि तीन बजे तो दूर बारह बजे से पहले ही कूकर ने सीटी देना तक बंद कर दिया सो शर्मा जी ने भी गैस बंद कर दी। जबकि सीटियां तो मात्र 159 ही बजी थी।उसके बाद तो टैं भी न बोली।तो उन्होने थक हारकर तीन से बहुत पहले ही गैस बंद कर दी पर जब पत्नी जी लौटी किचन मे गई, और आकर बेचारे शर्मा जी को पीटा ,जो पीटा कि ,कि उन्हे पूछने लायक भी न छोडा कि गलती कहा हुई। न,न, भई, मुझसे भी मत पूछना । मै भी शर्मा ही हूं। हिम्मत है तो या तो अपनी खोपड़ी, घुमाओ अन्यथा, पत्नि जी से पूछो ।अरे ,भई कहा चले ।आप भी न बस क्या बताऊं,किचन मे अपनी नही शर्मा जी की पत्नि जी से पूछिए। जय श्रीकृष्ण। 4 ,who loves short stories. जय श्रीकृष्ण। Urs San