एक दोस्त ने आज क्या खूब कहा,
कि जीवन मे कुछ दोस्त वापस नही आते,
जीते तो है लम्हे और दोस्तो के संग भी,
पर वो जो थे क्यू दोबारा नही आते।
कभी ओढ कर चादर मजबूरियों की,
कभी दुहाई दे देते बाते काम की बताकर,
कुछ वक्त ही तो मांगते है ,
दोस्त वही पुराने,
जो जानते है गुजरे पल लौटाए नही आते।
यह वो हसीन ख्वाब है जो सच हुए थे ,
जाने अब ऐसे ख्वाब भी क्यू नही आते,
मिलते है दुनियाभर से दोस्त की ही तरह,
पर दोस्त वो पुराने क्यू नज़र नही आते,
किनारे जैसे है नदी के वो ,
न मिले भले वो आपस मे कभी तो,
चलते है साथ साथ वो यादो मे तब तक,
जब तक एक दोस्त को दफनाने नही आते।
यह क्या कमाया और किस कीमत पर कमाया,
ये बाते है बेमानी जो समझे न समय रहते,
मिला करो दोस्तो, हाल ही पूछ लिया करो ,
क्योकि दोस्त ही है जो रिश्ते से निभाते।
न रंज रखते कोई,न कोई छोटा,बडा पन,
सब बांट लेते सबकुछ, न हैसियत दिखाते,
ये दोस्त ही तो है दोस्तो, जो दोस्ती निभाते,
बाकि रिश्तो मे तो है बस है न शिकायते।
मिला करो एक दूजे से कैसे भी यारो,
ताकि कह सके मरा वो ,दोस्त मेरा,
देखो अंत तक अपनी दोस्ती निभाते।
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संदीप शर्मा।
Sandeep Sharma Sandeepddn71@gmail.com Sanatansadvichaar.blogspot.com
Jai shree Krishna g 🙏 💖 ❤ 💙 .
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